सोनकच्छ क्षेत्र की सुख, शान्ति, समृद्धि के लिए माघ मास के शुक्ल पक्ष की गुप्त नवरात्रि की महाअष्टमी पर महानुष्ठान किया गया।

ॐ बम भैरवाय नमः के जयकारें गूंजे
श्री शिवशक्ति व श्मशान भैरव का पूजन कर हवन किया गया, महाआरती कर प्रसादी का वितरण किया गया,श्री शिवशक्ति अघोरी धाम के प्रमुख बाबा घनश्याम नाथ जी अघोरी के मार्गदर्शन में उनके शिष्यों द्वारा मध्यरात्रि में महानुष्ठान किया गया

स्थानीय मुक्तिधाम के सामने कालीसिन्ध नदी के तट पर स्थित श्मशान भैरव मन्दिर को पुष्पमालाओं से सजाया गया तथा यहाँ विराजित भैरव देवता की प्रतिमा का श्रृंगार कर आकर्षक पगड़ी पहनाई गईं।
मंगलवार रात्रि में मन्दिर के सभागृह में बाबा की देखरेख में शिवशक्ति व भैरव देवता के आकर्षक मण्डल सजाए गए। अघोरी परम्परानुसार श्री शिवशक्ति व भैरव देवता का पूजन कर तरह तरह के फल,मिठाईयां,नमकीन,शराब का नैवैद्य लगाया गया।
भगवान भोलेशंकर, महाकाली व भैरव देवता की महाआरती की गई
पूजन के बाद बाबा के शिष्यों राजनाथ, राजेश मालवीय, धर्मेन्द्र नाथ, सुनिल सोलंकी सोनू,हिरदेश गोयल, प्रवीण धाकड़ द्वारा श्री शिवशक्ति व भैरव देवता सहित सभी देवी देवताओं के मन्त्रो के उच्चारण के साथ उपस्थित भक्तों राजेश शर्मा, ईश्वर सिंह जाधव, राहुल गुप्ता, हिरागिरी गोस्वामी,नरेन्द्र कुमार जाजू आदि के हाथों से हवन कुण्ड मेंआहुतियाँ अर्पित की गई।आहुतियों के बाद पूर्णाहुति कर भगवान भोलेशंकर, महाकाली व भैरव देवता की महाआरती की गई। आरती पश्चात उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया गया।
अनुष्ठान में राजेश मालवीय, भूपेन्द्र व महेश राठौर का विशेष योगदान रहा।