मध्य प्रदेश के देवास जिले के ग्राम खेरिया जागीर में भीषण जल संकट गहराता जा रहा है।
किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए भी अब टैंकर से पानी पिलाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
लोगो को जुगाड़ कर पिने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही

इलाके में 70 प्रतिशत से अधिक बोरिंग, कुएं और बाडियां सूख चुकी हैं
पिने के पानी की तो समस्या गहरा गई है, जिले के कई क्षेत्र मे इस बार बारिश कम होने के कारण भू-जल स्तर में भारी गिरावट आई है।

हालात ये हैं कि गांव में मौजूद ज्यादातर बोरिंग और कुएं सूख गए हैं।
करीब 70 प्रतिशत जल स्रोत पूरी तरह से जलविहीन हो चुके हैं, जिससे किसानों के लिए सिंचाई करना बेहद मुश्किल हो गया है।
स्थानीय किसान मजबूरन निजी टैंकरों के सहारे अपनी फसलों को पानी पिला रहे हैं, जिससे उनकी लागत में भारी इजाफा हो रहा है।

किसान बाबूलाल मीणा, दिनेश गिरी, गोकल सिंह राजपूत ने बताया की पिछले कई वर्षों से खेती कर रहे हैं। लेकिन ऐसी पानी की किल्लत पहले कभी नहीं देखी लसन प्याज़ की फसल को पानी नहीं मिलने से नुकसान हो रहा है।
किसानों ने बताया की इस बार हालात बहुत खराब हैं
बोरिंग-कुएं सब सूख गए हैं। मजबूरी में टैंकर मंगवा रहे हैं, जिसका खर्च हमारी जेब पर भारी पड़ रहा है। अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं हुआ तो फसलें बर्बाद हो जाएंगी।
